सौर मण्डल और ग्रहो की जानकारी | Solar System


solar system

इस post में सौरमण्डल से संबंधित जानकारी दी जा रही है जैसे सौरमण्डल किसे कहते  है। सूर्य और उसके चारों ओर चक्कर लगाने वाले ग्रहों की क्या क्या विशेषताए है। पार्थिव या आंतरिक ग्रह एवं बृहस्पतीय या बाह्य ग्रह किसे कहते है। उनके आकार ,क्रम क्या है। सूपर मून, ब्लू मून क्या है। 


सौर मंडल/saur mandal
Saur mandal or 9 grah

Geography notes for competitive exam -Saur mandal | What is the meaning of saur manda


सौरमण्डल क्या है|सौरमण्डल किसे कहते है:-

सौरमण्डल अर्थात सूर्य का मण्डल. सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले विभिन्न ग्रहो, धूमकेतुओं, क्षुद्रग्रह, उल्काओं तथा अन्य आकाशीय पिंडों के समूह को सौर मण्डल(Solar system) कहते है। सौरमण्डल में सूर्य का प्रभुत्व है, 'क्योंकि सौरमण्डल निकाय के द्रव्य का लगभग 99.999 द्रव्य सूर्य में निहित है।' एवं सौरमण्डल के समस्त ऊर्जा का स्त्रोत भी सूर्य ही है।

हमारी आकाशगंगा या दुग्धमेघला (milkyway) का एक बड़ा केंद्र होता है उससे कई वक्र भुजाये निकलती है। आकाशगंगा की इन्ही भुजाओं में से एक भुजा ओरायन सिग्नस भुजा में सौर मण्डल स्थित है'।



सौरमण्डल और  नौ ग्रहो की विस्तृत जानकारी|saur mandal or 9 grah:-


सूर्य(Sun):-

  • 'सूर्य(Sun) सौरमण्डल का प्रधान होता है । यह हमारी दुग्धमेघला /आकाशगंगा मन्दाकिनी के केंद्र से लगभग 30,000 प्रकाशवर्ष  की दूरी पर एक कोने में स्थित है।' 
  • 'सूर्य दुग्धमेघला मन्दाकिनी (galaxy) के केंद्र के चारों ओर 250 किमी/से० की गति से परिक्रमा कर रहा है। अतः इसके  दुग्धमेघला के केंद्र के चारों ओर एक बार घूमने में या एक चक्कर लगाने में लगा समय 25 करोड़ (250 मिलियन) वर्ष है, जिसे ब्रह्माण्ड वर्ष (Cosmos year) कहते है।'
  • वही सूर्य अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की और घूमता है। जहाँ इसका मध्य भाग 25 दिनों में तो वही  ध्रुवीय भाग 35 दिनों में एक घूर्णन पूरा करता है। नीचे दिए वीडियो से समझे।




  • सूर्य एक गैसों का गोला है। इसमे हाइड्रोजन 71% है, और हीलियम 26.5% है एवं अन्य  तत्व 2.5% होते है। 
  • 'सूर्य का केंद्रीय भाग क्रोड (core) कहलाता है। जिसका तापमान 1.5×10⁷℃ होता है। एवं सूर्य के बाहरी सतह का तापमान 6000℃ है। 
  • हैंस बेथ (Hans Bethe) के अनुसार 107℃ तापमान  पर  सूर्य के केंद्र पर चार हाइड्रोजन नाभिक मिलकर एक हीलियम नाभिक बनाते है। अर्थात सूर्य के केंद्र पर नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) होता है यही सूर्य की ऊर्जा का स्त्रोत है। 

  • नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) क्या  होता है:-(जब दो या दो से अधिक हल्के नाभिक संयुक्त होकर एक भारी नाभिक बनाते है तथा अत्यधिक ऊर्जा विमुक्त करते है या अत्यधिक ऊर्जा निकलती है। तो इस अभिक्रिया को नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion ) कहते है। 
  • Exampl :- 

             ₁H² H³  →  He⁴ + ₀n¹+ MeV

  • सूर्य एवं तारों से जो ऊर्जा या प्रकाश निकलता है उसका स्त्रोत Nuclear Fusion  ही है। 
  • 'सूर्य की दीप्तिमान सतह को प्रकाशमण्डल (photo sphere) कहते है। और photosphere के जो किनारे वाला भाग होता है वो प्रकाशमान नहीं होते है, क्योंकि सूर्य का वायुमण्डल प्रकाश का अवशोषण कर लेता है। इसे वर्णमण्डल (chromosphere) कहते है। यह लाल रंग का होता है।'
  • सूर्य का व्यास 13 लाख 92 हजार किमी है, जो की हमारी पृथ्वी के व्यास से लगभग 110 गुना है। 
  • सूर्य की उम्र की बात करे तो यह 5 बिलियन वर्ष है। 
  • 'सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने मे 8  मिनट  16.6 सेकण्ड का समय लगता है।' 

  • SUN

  • सूर्य पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है, और इसलिए पृथ्वी को सूर्य के तापमान का 2 अरबवां भाग  ही मिलता है। 
  • सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का जो भाग हमे दिखाई देता है उसे सूर्य-किरीट (Corona) कहते है। 
  • सूर्य किरीट या Corona, x-ray उत्सर्जित करता है। इसे सूर्य का मुकुट कहा जाता है। पूर्ण सुर्य ग्रहण के समय corona से प्रकाश की प्राप्ति होती है। 
  • सूर्य के धब्बे:- क्या है सूर्य के धब्बे। सूर्य के धब्बे "चलते हुए गैसों के खोल" होते है। इन धब्बों का तापमान आसपास के तापमान से 1500℃ कम होता है। 
  • 'सूर्य के धब्बों का एक पूरा चक्र 22 वर्षों  का होता है। पहले 11 वर्षों तक यह धब्बा बढ़ता है और बाद के 11 वर्षों तक यह धब्बा घटता है।'
  • जिस समय सूर्य की सतह पर यह धब्बा दिखलाई पड़ता है, उस समय पृथ्वी पर चुम्बकीय झंझावात (Magnetic Storms) उत्तपन्न  होते है। इससे  चुम्बकीय सुई की दिशा बदल जाती है और बिजली से चलने वाले उपकरण/मशीने, रेडियों, टेलीविजन इन सभी में गड़बड़ी होने लगती है। 
  • सौर ज्वाला को उ० ध्रुव पर औरोरा बोरियालिस  और द० ध्रुव पर औरोरा औस्ट्रेलिस कहते है। 

  • सौरमण्डल  में पाये जाने वाले पिंड|saur mandal ke grah | 9 planet :- 


    प्राग सम्मेलन 2006 - अंतर्राष्ट्रीय खगोलशास्त्रीय  संघ (International Astronomical Union -IAU)  के अनुसार सौरमण्डल में जितने भी पिंड मौजूद है उन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया है। 

    1) परम्परागत ग्रह 2) बौने ग्रह 3) लघु सौरमण्डलिय पिंड। 
    1)परम्परागत ग्रह:-  इसमे 8 ग्रह आते है। बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण एवं वरुण । 
    2) बौने ग्रह:- प्लूटों, चेरॉन, सेरस, 2003 यूबी 313.
    3) लघु सौरमण्डलीय पिंड:- धूमकेतु, उपग्रह एवं अन्य छोटे खगोलीय पिंड इसमे शामिल किये गए। 
    अब सबसे पहले हम ग्रहों की बात करे तो ग्रह क्या है:-

    ग्रह किसे कहते है|grah kise kahate hai| ग्रह से संबंधित विवरण :-

    planet -

    ग्रह वह खगोलीय पिंड होते है जो की:-

  • जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते है। 
  • जिसमे पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल हो जिससे वह गोल स्वरूप या आकर ग्रहण कर सके। 
  • उसके आस-पास के क्षेत्र में अन्य कोई खगोलीय पिंडों की भीड़ भाड़ न हो, अर्थात उसके आस पास का क्षेत्र साफ हो।
  • IAU की  (2006) प्राग सम्मेलन में ग्रहों  के लिए ये परिभाषा निर्धारित की गई थी। अर्थात जो पिंड उपरोक्त दिए गए  शर्तों को पूर्ण करेगा वह ही ग्रहों की श्रेणी में आएगा। इस आधार पर यम (Pluto) को ग्रहों की श्रेणी से निकाल दिया गया। और इस तरह परम्परागत ग्रहों की संख्या 9 से घटकर 8 रह गयी। और प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से हटाकर बौने ग्रह की श्रेणी में रखा गया। 
    ग्रहों को दो भागों में विभाजित किया गया है:- 1) पार्थिव या आंतरिक ग्रह 2) बृहस्पतिय या बाह्य ग्रह।


    Saur mandal

    What is the name of 8 grah|8 ग्रहो के नाम:-

    1) पार्थिव या आंतरिक ग्रह (Terrestrial or Inner planet):-  बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल को पार्थिव  ग्रह कहा जाता है। क्योंकी ये ग्रह पृथ्वी के सदृश्य है।
    2) बृहस्पतिय या बाह्य ग्रह (jovean or outer planet):- बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण कप बृहस्पतिय ग्रह कहा जाता है। 
    • आकार (size) के अनुसार ग्रहों को घटते क्रम में देखे तो इनका क्रम इस प्रकार होगा:- बृहस्पति (Jupiter), शनि(Saturn), अरुण(Uranus), वरुण(Neptune), पृथ्वी(Earth), शुक्र (Venus), मंगल (Mars) एवं बुध (Mercury) है। अर्थात इन ग्रहों  में सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति(Jupiter), है और सबसे छोटा ग्रह बुध (Mercury) है।
    • घनत्व के अनुसार ग्रहों का क्रम बढ़ते क्रम में इस प्रकार होगा:-  शनि (Saturn),  अरुण (Uranus), बृहस्पति (Jupiter),  वरुण (Neptune), मंगल (Mars), शुक्र (Venus)।
    • शुक्र एवं अरुण  ग्रह को छोड़कर अन्य सभी ग्रहो का घूर्णन एवं परिक्रमण की दीशा एक ही है। 

    बुध (Mercury)|saur mandal  ka sabse chchota grah  :-

    • 'बुध ग्रह सूर्य के सबसे  नजदीक स्थित  ग्रह है। ये ग्रह सूर्य के निकलने के दो घण्टे पहले दिखाई देता है'।
    • बुध ग्रह की सूर्य से दूरी 46,000,000 से लेकर 70,000,000 किमी. तक की है।
    • यह सभी ग्रहों में सबसे छोटा ग्रह है। 
    • बुध ग्रह सौरमण्डल के बड़े उपग्रह जैसे ग्यानीमिड (जो की बृहस्पिति ग्रह का उपग्रह है) एवं टाइटन (जो शनि ग्रह का उपग्रह है) से भी आकार में छोटा है, परन्तु इन उपग्रहों से भारी है। 
    बुध (Mercury)
    • बुध ग्रह का अपना कोई उपग्रह नहीं है। 
    • इसका सबसे विशेष गुण है इसमे चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field) का होना।
    • बुध ग्रह द्वारा  सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय में पूरी कर ली जाती है। इसका परिक्रमण काल लगभग 88 दिन है।अर्थात बुध ग्रह सौरमण्डल का सर्वाधिक कक्षीय गति वाला ग्रह है।
    • 'बुध ग्रह पर दिन अत्यधिक गर्म एवं रातें बर्फीली अर्थात अत्यधिक ठण्डी होती है। इसका तापांतर सभी ग्रहों में सबसे अधिक  (611℃) है। इस ग्रह पर रात का तापमान -184℃, एवं  दिन का तापमान 427℃ तक रहता है'। 
    • 'बुध ग्रह की कक्षा पृथ्वी की कक्षा के भीतर स्थित है, इसलिए यह पृथ्वी के आसमान में सुबह या शाम को दिखाई दे सकता है'। परन्तु आधी रात में दिखाई नहीं देता है। 
    • सौरमण्डल के चार स्थलीय ग्रह है जिनमे से एक  बुध ग्रह भी है, और यह पृथ्वी के समान ही एक चट्टानी पिंड है। 
    • 'यह 70% धातु एवं 30% सिलिकेट पदार्थ का बना है'। 
    • बुध ग्रह पर अभी तक दो अंतरिक्षयान  जा चुके है। 1) मैरीनर 10 एवं 2) मैसेंजर।
    • 1) मैरीनर 10 अंतरिक्षयान :- ये 1974  तथा 1975 के बीच तीन बार बुध ग्रह की यात्रा कर चुका है। 
    • 2) मैसेंजर अंतरिक्षयान :- 2004 में नासा द्वारा इसे प्रक्षेपित किया गया था। मैसेंजर  ने 2011 में बुध ग्रह की परिक्रमा की थी। 

    शुक्र (Venus)|saur mandal ka sabse garam grah:-

    • शुक्र ग्रह पृथ्वी का नजदीकी ग्रह है। यह सूर्य से दूसरा ग्रह है।
    • सौरमण्डल के चार स्थलीय ग्रह है जिनमे से एक शुक्र ग्रह भी है, और यह पृथ्वी के समान ही एक चट्टानी पिंड है। 
    • शुक्र ग्रह को पृथ्वी की भगिनी ग्रह कहते है। क्योंकि यह घनत्व, आकर एवं व्यास में पृथ्वी के समान है।
    • शुक्र ग्रह सबसे चमकीला ग्रह  है। 
    • शुक्र ग्रह का औसत सतही ताप 735k (462℃ 863°F) है, अतः शुक्र ग्रह सौरमंडल का सबसे गर्म या तप्त ग्रह है। 
    शुक्र(Venus)

    • शुक्र ग्रह की सतह पर वायुमण्डलीय दबाब पृथ्वी की तुलना  में  92 गुना है। 
    • शुक्र ग्रह का वायुमण्डल अत्यंत घना है और यह  मुख्य रूप से कार्बनडाइऑक्साइड एवं नाइट्रोजन की एक छोटी मात्रा से मिलकर बना है। 
    • इसका कोई उपग्रह नहीं है। 
    • शुक्र ग्रह को  "साँझ का तारा" या "भोर का तारा" कहा जाता है। क्योंकि यह शाम में पश्चिम दिशा में एवं सुबह में पूरब दिशा में आकाश में दिखाई पड़ता है। 
    •  यह अन्य ग्रहों के विपरीत दक्षिणावर्त (clockwise) चक्रण करता है।
    • शुक्र ग्रह 10,80,00,000 किमी. 670,00,000 मील की औसत दूरी पर सूर्य की परिक्रमा करता है।
    • शुक्र ग्रह हर 224.65 दिन में एक चक्कर पूरा करता है।

    पृथ्वी (earth) :-

    • पृथ्वी सौरमण्डल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसमे जीवन है। 
    • पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है।
    • यह आकर में पाँचवा सबसे बड़ा ग्रह है। पृथ्वी अपने अक्ष पर 23½° झुकी हुई है। 
    • पृथ्वी का विषुवतीय व्यास 12,756 किमी और ध्रुवीय व्यास 12,714 किमी है। 
    • पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है। 
    • और यह अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर 1610 किमी. प्रतिघण्टा की चाल से 23 घण्टे 56 मिनट और 4 सेकण्ड में एक पूरा चक्कर लगाती है। (अर्थात पृथ्वी को एक चक्कर पूरा करने में (लगभग 24 घण्टे)का समय लगता है)। पृथ्वी की इस गति को घूर्णन या दैनिक गति कहते है। इसी गति से दिन और रात होते है। 

    • पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 365 दिन 5 घण्टे 48 मिनट और 46 सेकण्ड का समय लगता है। अर्थात (लगभग 365 दिन 6 घण्टे का समय)। सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के इस परिक्रमा को पृथ्वी की वार्षिक गति अथवा परिक्रमण कहते है। एवं पृथ्वी द्वारा सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता।
    • प्रत्येक सौर वर्ष, कैलेंडर वर्ष से लगभग 6 घण्टा बढ़ जाता है। जिसे हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता है। लीप वर्ष 366  दिन का होता है। जिसके कारण फरवरी माह में 28 के स्थान पर 29 दिन होते है। 
    • पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन इसकी अपने अक्ष पर 23½° झुकी होने के कारण तथा सूर्य के सापेक्ष इसकी स्थिति में परिवर्तन अर्थात वार्षिक गति के कारण होती है। इसी वार्षिक गति के कारण  रात-दिन छोटे-बड़े होते है।


    पृथ्वी की दैनिक और वार्षिक गति

    • पृथ्वी और शुक्र ग्रह को भगिनी ग्रह कहा जाता है क्योंकि आकार एवं बनावट की दृष्टी से पृथ्वी शुक्र के समान है। 
    • पृथ्वी को नीला ग्रह कहा जाता है, क्योंकि पृथ्वी पर पानी की उपस्थिति है। 
    • इसका अक्ष इसकी कक्षा के सापेक्ष 66.5° का कोण बनाता है। 
    • सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा प्रॉक्सिमा सेंचुरी है। जो अल्फा सेंचुरी समूह का एक तारा है। यह पृथ्वी से 4.22 प्रकाशवर्ष दूर है।
    • साइरस या डॉग स्टार पृथ्वी से 9 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है। एवं सूर्य से दोगुने द्रव्यमान वाला तारा है।यह रात्रि में दिखाई पड़ने वाला सर्वाधिक चमकीला तारा है। 

    चन्द्रमा (Moon):-

    • चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है। 
    • चन्द्रमा की सतह और उसकी आंतरिक स्थिति का अध्ययन करने वाला विज्ञान सेलेनोलॉजी कहलाता है। 
    • चन्द्रमा एवं पृथ्वी के बीच की औसतन दूरी 3,84,365 किमी. है। 
    • चन्द्रमा पर धूल के मैदान होते है जिन्हें शांति सागर कहते है। यह चन्द्रमा का पिछला भाग है जो अंधकारमय होता है।  
    • चन्द्रमा को जीवाश्म ग्रह भी कहते है। 
    • चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित लीबनिट्ज पर्वत 【35000 फुट(10,668मी.)】चन्द्रमा का उच्चतम पर्वत है। 
    • चन्द्रमा, पृथ्वी की एक परिक्रमा लगभग 27 दिन 8 घण्टे में पूरी करता है। और इतने समय में ही अर्थात 27 दिन 8 घण्टे में ही अपने अक्ष पर एक घूर्णन करता है। इसलिए चन्द्रमा का सदैव एक ही भाग दिखाई देता है। चन्द्रमा का केवल 57% भाग ही देख सकते है। 

    • चन्द्रमा का अक्ष तल पृथ्वी के अक्ष के साथ 58.48° का कोण बनाता है। चन्द्रमा, पृथ्वी के अक्ष के लगभग समानान्तर है। इसका परिक्रमण पथ भी दीर्घ वृत्ताकार है। 
    • चन्द्रमा का व्यास 3,480 किमी. तथा द्रव्यमान, पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग ⅟₈₁ है।
    • चन्द्रमा द्वारा सूर्य की एक परिक्रमा करने की अवधि 29.53 दिन (29 दिन, 12 घण्टे, 44 मिनट और 2.8 सेकेण्ड) होती है। इस समय को एक चन्द्रमास या साइनोडिक मास कहते है।
    • नक्षत्र समय के दृष्टिकोण से चन्द्रमा लगभग 27½ दिन में पुनः उसी स्थिति में होता है। 27½  दिन (27 दिन, 7 घण्टे, 43 मिनट और 11.6 सेकेण्ड ) की यह अवधि एक नक्षत्र मास कहलाती है। 

    सुपर मून क्या है :-

    • सुपर मून - जब चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है, तो उस स्थिति को सुपर मून कहते है। इसे पेरिजी फुल मून  भी कहते है। इसमे चाँद 14% ज्यादा बड़ा तथा 30% अधिक चमकीला दिखाई पड़ता है। 

    ब्लू मून क्या है:- 

    • ब्लू मून- जब एक कैलेंडर माह में दो पूर्णिमाये हो (अर्थात एक माह में दो पूर्णिमाएं पड़ जाये), तो दूसरी पूर्णिमा का चाँद ब्लू मून कहलाता है। ब्लू मून का मुख्य कारण दो पूर्णिमाओं के बीच का अंतराल 31 दिनों से कम होना है। ऐसा 2 या 3 वर्ष में होता है।

    •  अगर किसी वर्ष विशेष में दो या अधिक माह ब्लू मून के होते है,(अर्थात एक ही वर्ष में दो या दो से अधिक माह ऐसे हो जब एक माह में दो पूर्णिमाएं पड़ जाये) तो उस वर्ष को  "मून ईयर" कहा जाता है। वर्ष 2018 ब्लू मून ईयर था।
    • ज्वार उठने के लिए अपेक्षित सौर एवं चन्द्रमा की शक्तियों का अनुपात 11:5 है।
    • अपोलो(Apolo) के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाये गए चट्टानों से यह पता चलता है की चन्द्रमा भी उतना ही पुराना है, जितना पृथ्वी (460 करोड़ वर्ष)। इन चट्टानों में टाइटेनियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। 

    बृहस्पति ग्रह (Jupiter)| Saur mandal ka sabse bada grah :-

    • बृहस्पति (Jupiter) ग्रह यह सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है। इसे बाहय् ग्रह कहा जाता है।
    • बृहस्पति ग्रह अपनी धूरी पर चक्कर लगाने में 10 घण्टे (सबसे कम समय) का समय लेता है। 
    • बृहस्पति ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने में 12 वर्ष लगते है। 
    • ग्यानीमिड बृहस्पति ग्रह का उपग्रह  है। यह उपग्रह सभी उपग्रहों में सबसे बड़ा है। इसका रंग पिला है।
    Jupiter and gyanemid


    मंगल (Mars) | mars planet | lal grah kise kahate hai :-

    • मंगल ग्रह को लाल ग्रह ( Red Planet ) कहा जाता है। इसका लाल रंग आयरन ऑक्साइड के कारण होता है।

    Mars

    • मंगल ग्रह पर पृथ्वी के सामान दो ध्रुव है। एवं इसका कक्षातली 25° के कोण पर झुका हुआ है। इसी कारण यहाँ पृथ्वी के समान ऋतु परिवर्तन होता है। 
    • मंगल ग्रह पर दिन का मान एवं अक्ष का झुकाव पृथ्वी के समान ही है।
    • और यह अपनी धूरी पर एक बार पूरा चक्कर लगाने में  24 घण्टे का समय लेता है। 
    • मंगल ग्रह के 2 उपग्रह है। 1) फोबोस (phobos) 2) डीमोस (Deimos)
    • मंगल ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में 687 दिन लगते है। 
    • मंगल ग्रह पर सौरमण्डल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी "ओलिपस मेसी" स्थित है।
    • 'मंगल ग्रह पर ही सौरमण्डल का सबसे ऊँचा पर्वत "निक्स ओलम्पिया" (Nix Olympia) जो माउन्ट एवरेस्ट से तीन गुना अधिक ऊँचा है, स्थित है।'
    •  मंगल ग्रह एकमात्र ऐसा ग्रह है  जिस पर पृथ्वी के अलावा जीवन की संभावना व्यक्त की गई है।  क्योंकि मार्स ओडेसी नामक एक कृतिम उपग्रह के द्वारा मंगल ग्रह पर बर्फ और हिमशीतित जल की उपस्थिति की सूचना मिली है।

    •  NASA (6 अगस्त 2012) का मार्स क्यूरियोसिटी रोवर नामक अंतरिक्षयान मंगल ग्रह पर गेल क्रेटर नामक स्थान में पहुंचा। इसके द्वारा ही मंगल  ग्रह पर जीवन की संभवनाओं तथा उसके वातावरण का अध्ययन किया जा रहा है। 

    शनि ग्रह(Saturn)|Shani  grah me kitne  valay paye jate hai:-

    • शनि ग्रह आकर में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। (पहला सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है।) 
    • शनि ग्रह की सबसे बड़ी विशेषता है की इसके तल के चारों ओर वलय (एक मोटी प्रकाश वाली कुंडली होती है) पाया जाता है। इन वलयों की संख्या 7 है। यह आकाश में पीले तारे के समान दिखाई देता है। 
    Saturn
    शनि ग्रह /Saturn
    • शनि ग्रह का सबसे बड़ा उपग्रह "टाइटन" है। टाइटन सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है। (पहला सबसे बड़ा उपग्रह ग्यानमीड (बृहस्पति ग्रह) है।) 
    • टाइटन  उपग्रह आकार में बुध ग्रह के बराबर है। 
    • 1665 में डेनमार्क के खगोलशास्त्री  क्रिश्चियन हाइजोन ने टाइटन उपग्रह की खोज की थी। 
    • टाइटन एकमात्र ऐसा उपग्रह है जिसका पृथ्वी जैसा स्वंय का सघन वायुमण्डल है।
    • "फोबे" यह भी शनि ग्रह का  उपग्रह है। 
    • "फोबे" उपग्रह, शनि ग्रह की कक्षा में घूमने की विपरीत दिशा में परिक्रमा करता है।
    • 'शनि ग्रह का घनत्व सभी ग्रहों एवं जल से भी कम है। अर्थात जल में रखने पर यह तैरने लगेगा'।  

    अरुण (Uranus)|Leta hua grah:-

    • यूरेनस आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है। (पहला बृहस्पति, दूसरा शनि)
    • यूरेनस ग्रह का तापमान  -215 ℃ है।
    • यूरेनस के चारों ओर नौ वलय होते है। जिनमे से पाँच वलय 1) अल्फा 2) बीटा 3) गामा 4) डेल्टा 5) इप्सिलान है।7
    • यूरेनस ग्रह की खोज 1781 ई० में विलियम हर्शेल  द्वारा की गयी थी। 
    Uranus
    अरुण/Uranus
    • यूरेनस अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है अर्थात यह दक्षिणावर्त  घूमता है। जबकि अन्य ग्रह पश्चिम से पूर्व की ओर घूमते है अर्थात वामावर्त घूमते है। 
    • यूरेनस पर सूर्योदय पश्चिम की ओर एवं सूर्यास्त पूर्व की और  होता है। 
    • यूरेनस के सभी उपग्रह भी पृथ्वी की विपरीत  दिशा  में परिभ्रमण करते है।
    • यूरेनस का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटेनिया(Titania) है।
    • अरुण (यूरेनस) को लेटा हुआ ग्रह भी कहते है, क्योकि  यह अपनी धूरी  पर सूर्य की और इतना झुका हुआ है की लेटा हुआ सा प्रतीत होता है। 

    वरुण (Neptune)|Saur mandal ka 8va grah  :-

    • वरुण (Neptune)  सूर्य से आठवां ग्रह  है
    • वरुण (Neptune)  की खोज 1846 ई० में जर्मन के खगोलज्ञ "जहॉन गले"  ने की है।
     
    Neptune
    वरुण/Neptune

    • नई खगोलीय खोज के अनुसार  Neptune  सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह है। वरुण  एंव  सूर्य  के  बीच  की  दूरी 4.50 अरब किमी है. अर्थात   `यह पृथ्वी के  मुकाबले सूर्य से लगभग 30 गुना अधिक दूर स्थित  है।  
    • वरुण  ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा करने में 164.79 वर्ष  लगते  है
    • 'यह हरे रंग का ग्रह है। इस ग्रह के चारों ओर अति शीतल मीथेन का बादल छाया हुआ है'।
    • नेप्च्यून के  उपग्रह में ट्रिटॉन  (Triton) सबसे प्रमुख है. 


    FAQ:-


    Q.1. ग्रह किसे कहते है। 
    Ans. ग्रह वह खगोलीय पिंड होते है जो निम्न शर्तों को पूर्ण करते है :-

  • जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते है। जिसमे पर्याप्त गुरुत्वाकर्षण बल हो जिससे वह गोल स्वरूप या आकर ग्रहण कर सके। 
  • उसके आस-पास के क्षेत्र में अन्य कोई खगोलीय पिंडों की भीड़ भाड़ न हो, अर्थात उसके आस पास का क्षेत्र साफ हो।

  • Q.2  ग्रहों के नाम क्रम से बताये। 

    Ans. बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण एवं वरुण । 

    Q.3  आकर के अनुसार ग्रहो  का क्रम ।

    Ans. आकार (size) के अनुसार ग्रहों का घटता क्रम  होगा:- बृहस्पति (Jupiter), शनि(Saturn), अरुण(Uranus), वरुण(Neptune), पृथ्वी(Earth), शुक्र (Venus), मंगल (Mars) एवं बुध (Mercury) है। 


    Q.4  सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है| सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है।

    Ans. बृहस्पति(Jupiter).

    Q.5  सूर्य से तीसरे क्रम के ग्रह का नाम है।

    Ans.  पृथ्वी(Earth).

    Q.6  ग्रह कितने है| सौर मंडल के ग्रहों के नाम और चित्र|9 ग्रहों के नाम।

    Ans. सौरमंडल में  8 ग्रह आते है। जिनके नाम है:-बुध(Mercury),  शुक्र(Venus) , पृथ्वी(Earth) , मंगल (Mars) , बृहस्पति(Jupiter) , शनि(Saturn , अरुण(Uranus) एवं वरुण(Neptune)। यम (Pluto) को ग्रहों की श्रेणी से निकाल दिया गया। और इस तरह  ग्रहों की संख्या 9 से घटकर 8 रह गयी.

    Q.7 सूर्य से ग्रहों का क्रम| सौरमंडल के ग्रहों को सूर्य से बढ़ती हुई दूरी के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

    Ans. सूर्य से बढ़ती हुई दूरी  के अनुसार ग्रहों का क्रम इस प्रकार है:-  बुध(Mercury),  शुक्र(Venus) , पृथ्वी(Earth) , मंगल (Mars), बृहस्पति  (Jupiter) , शनि (Saturn) , अरुण (Uranus) एवं वरुण (Neptune).

















      





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    Milan Tomic

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