शुभ-नवरात्रि
माँ दुर्गा शुभ कदमों से घर आंगन में आई है,
भक्ति, शक्ति, संयम, धैर्य,आशीष साथ में लाई है!माँ तू अम्बें, माँ जगदम्बे, जगत जननी कहलाई है
संतान पे तेरे कष्ट पड़े तो,चंडी बन गरजायी है

जब देवताओं की शक्ति समाई, तू शक्तिरूपेण कहलाई है!
महागौरी बन, महाकाली बन, नौ रूपों में आयी है
हाथ जोड़ सब करे आराधना, माँ तेरी महिमा
न्यारी है!
लाल चूनर, चूड़ी, बिंदी में माँ तेरी छटा अति प्यारी है!
माँ दुर्गा शुभ कदमों से घर आंगन में आई है,
भक्ति, शक्ति, संयम, धैर्य, आशीष साथ में लाई है!
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