महतत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स की विस्तृत जानकारी - पार्ट - 2
खंडेरी पनडुब्बी
- मझगांव डॉकशिप बिल्डर्स लि. (MDL ), देश की अग्रणी जहाज निर्माण कंपनी है। जिसके द्वारा निर्मित स्कार्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी खंडेरी (Khanderi) भारतीय नौसेना में 28 सितम्बर 2019 को औपचारिक रूप से शामिल कर ली गई है।
- पनडुब्बी खंडेरी का नाम हिंदमहासागर के एक खतरनाक शिकारी मछली के नाम पर रखा गया है.
- स्कार्पीन श्रेणी की पहली पनडुब्बी आईएनएस कलबरी (INS Kalwari) थी। इस पनडुब्बी का समुद्री परीक्षणों के लिए जलावतरण अप्रैल 2015 में हुआ था, तथा इसे माननीय प्रधानमंत्रीजी द्वारा भारतीय नौसेनामें 14 सितम्बर 2017 को शामिल कर दिया गया।
- खंडेरी इस स्कार्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी है, जिसका समुद्री परीक्षणों के लिए जलावतरण 12 जनवरी 2017 को हुआ था। और 28 सितम्बर 2019 को भारतीय नौसेना में रक्षामंत्री द्वारा इसे औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया।
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भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल
"8 (Apache Helicopter) अपाचे हेलीकॉप्टर"
- 8 लड़ाकू अपाचे एएच -64 ई (Apache AH-64 E ) हेलीकॉप्टर सितम्बर 2019 को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किये गए। इससे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू क्षमता में वृद्धि होगी।
- अपाचे एएच -64 ई (Apache AH-64 E ) हेलीकॉप्टर अमेरिका की बोईंग कंपनी द्वारा निर्मित है।
- अपाचे एएच -64 ई (Apache AH-64 E ) हेलीकॉप्टर को पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर 3 सितम्बर 2019 को आयोजित समारोह में सलामी देकर वायु सेना के बेड़े में शामिल किया गया।
- अपाचे एएच -64 ई (Apache AH-64 E ) हेलीकॉप्टर पुराने हो रहे एमआई -35 हेलीकाप्टर का स्थान लेंगे।
- अपाचे एएच -64 ई (Apache AH-64 E ) हेलीकॉप्टरो को अटैक के मामले में अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है। लम्बे समय से अमेरिका सेना द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।
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INS नीलगिरि का
जलावतरण
- INS Nilgiri हमारे देश में ही निर्मित किया गया है . INS नीलगिरि ये युद्धपोत पी -17 ए श्रेणी का पहला स्टील्थ फ्रिगेट (रडार की पकड़ में आसानी से न आने वाला युद्धपोत ) है।
- इसका समुद्री परीक्षणों के लिए जलावतरण 28 सितम्बर 2019 को मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लि. (MDL ) के डॉकयार्ड में किया गया।
- यह MDL में (प्रोजेक्ट पी -17 ए) के तहत बनाये जाने वाले सात में से पहला स्टील्थ फ्रिगेट्स युद्धपोत है।
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स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक गश्ती पोत ICGS "वराह " तटरक्षक बल में शामिल :-
- स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक गश्ती पोत (Patrol Vessel) आईसीजीएस "वराह " (ICGS Varah) को औपचरिक रूप से भारतीय तटरक्षक बल (Coast Guard ) में 25 सितम्बर 2019 को शामिल कर लिया गया।
- इस गश्ती पोत को तटरक्षक बल में शामिल करने के लिए Chennai Port Trust ( चेन्नई पोर्ट- ट्रस्ट ) में एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमे रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 25 सितम्बर 2019 को इसे तट रक्षक बल में शामिल किया।
- उत्तरी चेन्नई के कटुपल्ली शिपबिल्डिंग यार्ड में L&T द्वारा आईसीजीएस "वराह " का निर्माण किया गया है।
- यह गश्ती पोत एक आधुनिक मशीनरी है जो नौवहन व संचार सेंसर्स से लैस है।
- आईसीजीएस "वराह " पश्चमी तट पर न्यू मंगलौर बंदरगाह से कन्याकुमारी के बीच विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र ( Exclusive Economic Zone) में गश्त करता हुआ तटरक्षक बल के बेड़े की निगरानी व गश्ती क्षमता में वृद्धि करेगा।
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