कल्पना चावला अंतरिक्ष वैज्ञानिक कब और कैसे बनी|कल्पना चावला की शिक्षा
कल्पना चावला का जीवन परिचय
कल्पना चावला :- कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थी। वे एक भारतीय-अमरीकी अंतरिक्ष यात्री थी। उन्हें दो बार अंतरिक्ष में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था। उनकी प्रथम अंतरिक्ष यात्रा 1997 को अंतरिक्ष शटल कोलंम्बिया की उड़ान (एसटीएस-87) से शुरू हुई। इस यात्रा में वो 6 अंतरिक्ष यात्री दल का हिस्सा बनी। उनकी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा 2003 में अंतरिक्ष शटल कोलंम्बिया की उड़ान (एसटीएस-107) से शुरू हुई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश दूसरी अंतरिक्ष यात्रा ही उनकी आखरी यात्रा बन गई।
कल्पना चावला का : जन्मस्थान, परिवार,शिक्षा
- करनाल, हरियाणा में जन्मी कल्पना चावला चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी। पर उनके सपने बहुत बड़े थे। अंतरिक्ष में घूमने का सपना उन्होंने बचपन से देखा था, और बड़े होकर उन्होंने अपने सपने को पूरा भी किया। कल्पना चावला नारिशक्ति का एक ऐसा उदाहरण थी, जिनकी अमिट छाप हर एक के मन में छप चुकी है।
- कल्पना चावला का जन्म करनाल, हरियाणा में 17 मार्च 1962 में हुआ था। उनके पिता का नाम बनारसी लाल चावला एवं माता का नाम संजयोति देवी था।
- उन्होंने टैगोर पब्लिक स्कूल, करनाल से प्रारंम्भिक शिक्षा ग्रहण की।
- 1982 में उन्होंने चंडीगढ़ में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त की।
- उसके बाद वो संयुक्त राज्य अमेरिका चली गयी। यहाँ 1984 में उन्होंने टेक्सास यूनिवर्सिटी आर्लिगटन से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीजी कोर्स पूर्ण किया।
- कल्पना चावला ने 1986 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में दूसरा पीजी कोर्स किया।
- उसके बाद 1988 में कोलोराडो यूनिवर्सिटी, बोल्डर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (वैमानिकी अभियंत्रिकी) में Phd. की।
- कल्पना चावला ने 1988 में नासा के एम्स अनुसन्धान केंद्र में कार्य करना शुरू किया।
- उनका विवाह जीन पियरे हैरिसन से हुआ था।
- कल्पना चावला को 1990 में अमेरिका की नागरिकता मिली।
कल्पना चावला की अंतरिक्ष यात्रा:-
- कल्पना चावला का 19 Nov. 1997 में पहला अंतरिक्ष मिशन, अंतरिक्ष शटल कोलम्बिया की एसटीएस-87 से शुरू हुआ। इस मिशन में वे 6 अंतरिक्ष यात्री दल का हिस्सा बनी।
- कल्पना चावला ने अपने पहले मिशन में 1.04 करोड़ किलोमीटर का सफर तय कर 365 घण्टों में पृथ्वी की 252 परिक्रमा पूर्ण की।
- कल्पना चावला का दूसरा मिशन 16 Jan. 2003 में अंतरिक्ष शटल कोलम्बिया की एसटीएस-107 से शुरू हुआ। इस मिशन के दौरान उनकी टीम ने करीब 80 प्रयोग किये।
- यह दूसरी अंतरिक्ष यात्रा ही उनकी आखरी यात्रा बन गयी। उनका यान पृथ्वी के वातावरण में वापस आते ही हादसे का शिकार हो गया। 1 Feb. 2003 को कोलम्बिया अंतरिक्षयान पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते ही टूटकर बिखर गया। और उसमे सवार अंतरिक्ष यात्री दल के सातों यात्री अंतरिक्ष में ही विलीन हो गए।
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