प्रतियोगिता दर्पण नवम्बर 2019
करेंट अफेयर्स पार्ट-12 महतत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स की विस्तृत जानकारी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा 2019 :-
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 4-5 सितम्बर 2019 को रूस की दो दिन को यात्रा की।
- इस यात्रा के दो मुख्य उद्देशय थे:-
- रूस के सुदूर पूर्व व्लादिवोस्तोक (Vladivostok) में पूर्वी आर्थिक फोरम (Eastern Economic Forum- EEF) की पांचवी बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी।
2. भारत व् रूस की 20वे वार्षिक शिखर बैठक
- रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2015 में पूर्वी आर्थिक फोरम को स्थापित किया गया था।
- पूर्वी आर्थिक फोरम की बैठक हर वर्ष सितम्बर माह में व्लादिवोस्तोक में संपन्न होती है।
- इस वर्ष यह पहला अवसर था जब भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री ने किया। (पिछले वर्ष 2018 में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री एवं 2017 में विदेश मंत्री ने भाग लिया था। )
में भाग लेना। (ये वार्ता व्लादिवोस्तोक में ही
थी ).
3. इसके आलावा भारत - रूस व्यापारिक वार्ता
- भारत व् रूस के बीच वार्षिक शिखर बैठक का सिलसिला वर्ष 2000 से शुरू हुआ था।
- इस बैठक में शामिल होने के लिए दोनों देशो के प्रमुख एक- दूसरे देश की यात्रा बारी बारी से करते है।
- इससे पहले 19वी शिखर बैठक के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अक्टूबर 2018 में नई दिल्ली आये थे।
( India-Russia Business Dialogue)
भी सितम्बर में व्लादिवोस्तोक में ही आयोजित
की गई थी। अतः फिक्की (FICCI) का एक
शिष्टमंडल भी प्रधानमंत्री के साथ गया था।
रूस यात्रा के मुख्य बिंदु :-
- भारत व् रूस के बीच सिविल , न्यूक्लीयर व् डिफेंस के क्षेत्रों में सबंध काफी गहरे है। इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्र तेल, गैस तथा अंतरिक्ष विज्ञान आदि क्षेत्रों में सहयोग पर द्विपक्षीय वार्ता हुई।
- भारत की मेक इन इंडिया पहल में रूस की भागीदारी बढ़ाने में रूचि तथा रूसी कंपनियों का भारत में अधिक निवेश साथ ही रक्षा उपकरणों के भारत में ही निर्माण की दिशा में सहयोग बढ़ाया जायेगा।
- असैन्य उपयोग के लिए अगले 20 वर्षों में भारत में 20 से अधिक परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना करने की घोषणा रूसी राष्ट्रपति द्वारा की गई।
- भारत की गगनयान परियोजना के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को तैयार करे में रूस भारत की मदद करेगा।
- रूस और भारत के बीच कारोबार में वृद्धि करने के लिए व्लादिवोस्तोक बंदरगाह से चेन्नई तक समुद्री मार्ग का विकास करने पर सहमति।
- अगले वर्ष मई 2020 में रूस में " ग्रेट पैट्रियोटिक वार " की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मास्को में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को आमंत्रित किया।
- 21वीं शिखर बैठक जो की भारत में अगले वर्ष होने वाली है जिसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया।
- 4 सितम्बर को ही व्लादिवोस्तोक में रूसी राष्ट्रपति पुतिन, एवं प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्ट्रीट ऑफ द फॉर ईस्ट प्रदर्शनी तथा एक पोत निर्माण सयंत्र (Zvezda Ship Building Plant) का अवलोकन किया।
- व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के प्लेनरी सेशन को सम्बोधित करते हुए सुदूर पूर्व (Far-East) के विकास के लिए 1 अरब डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट की घोषणा श्री मोदी ने की। यह पहला अवसर था जब किसी देश के क्षेत्र विशेष हेतु लाइन ऑफ क्रेडिट की घोषणा भारत द्वारा की गई।
- 5 सितम्बर को ही व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में भागीदारी से इतर :-
- जापान के प्रधानमंत्री, शिंजो एबे (Shinzo Abe).
- मलेशिया के प्रधानमंत्री, महातिर मोहम्मद (Mahathir Mohamad).
- मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमागीन बाटुल्गा (Khaltmaagiin Battulga) से भी मुलाकात की तथा आपसी महत्व के मुद्दो पर अनौपचारिक वार्ता हुई।
Blogger Comment
Facebook Comment