Geography GK Notes in hindi for all compitative exam : Rocks(चट्टान) Notes
Rocks |
चट्टान किसे कहते है: उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए |चट्टान कितने प्रकार की होती है
चट्टान (Rock)
चट्टान किसे कहते है? पृथ्वी की सतह के कठोर भाग को चट्टान कहते है। जो की पृथ्वी की बाहरी परत की संरचना की मूलभूत इकाइयां है।
उत्पत्ति के आधार पर चट्टान तीन प्रकार की होती है।
1) आग्नेय चट्टान (Igneous Rock)
2) अवसादी चट्टान (Sedimentary Rock)
3) कायंतरित चट्टान (Metamorphic Rock)
1) आग्नेय चट्टान (Igneous Rock)| agney chattan kise kahate hain :-
- आग्नेय चट्टान मैग्मा या लावा के जमने से बनती है। जैसे: ग्रेनाइट, बेसाल्ट, पेग्माटाइट, डायोराइट, ग्रेबो आदि।
Batholith granites image by Wikimedia commons |
- आग्नेय चट्टान स्थूल परतरहित, कठोर एवं जीवाश्मरहित (fossil free ) होती है। अर्थात इसमें किसी भी प्रकार के fossils नहीं पाए जाते है।
- आग्नेय चट्टानें आर्थिक रूप से काफी संपन्न पाई जाती है क्योंकि इसमें चुंबकीय लोहा, निकिल, तांबा, सीसा, जस्ता, क्रोमाइट, सोना तथा प्लेटिनम पाए जाते है।
- बेसाल्ट चट्टानें आग्नेय चट्टान का ही प्रकार है। बेसाल्ट चट्टानों में सोने की मात्रा सर्वाधिक होती है। इन चट्टानों से काली मिट्टी का निर्माण होता है।
- पेग्माटाइट चट्टानें : कोडरमा (झारखंड) में पाया जाने वाला अभ्रक, पेग्माटाइट चट्टानो में ही मिलता है।
A)आग्नेय चट्टानी पिंड(Igneous Rock Bodies) :
- ज्वालामुखी विस्फोट के समय पिघले हुए पत्थरों और गैसों का मिश्रण पृथ्वी से बाहर निकलता है यह पिघला हुआ पदार्थ ही मैग्मा होता है। जब यह पृथ्वी से बाहर निकलता है तब हम इसे लावा कहते है।
- पृथ्वी से निकला हुआ यह मैग्मा ठंडा होकर ठोस रूप धारण कर लेता है जिससे विभिन्न प्रकार के आग्नेय चट्टानी पिंड का निर्माण होता है।
- आग्नेय चट्टानी पिंडों का नाम इनके आकार, रूप, स्थिति तथा आस -पास पाई जाने वाली चट्टानों के आधार पर किया जाता है।
- अधिकांश चट्टानी पिंड, अंतर्वेधी आग्नेय चट्टानों से बनते है। अंतर्वेधि आग्नेय चट्टान वह आग्नेय चट्टान होती है जो मैग्मा के ऊपर उठ कर धरातलीय सतह से नीचे ही जम जाने से बनती है।
- बैथोलिथ (Batholith): बैथोलीथ यह सबसे बड़ा आग्नेय चट्टानी पिंड है। यह अंतर्वेधी चट्टानों से बनाता है। यह एक पातालीय पिंड है। यह गुम्बद के आकार का होता है एवं इसके किनारे वाले हिस्से खड़े होते है। इसका ऊपर का तल विषम होता है। अर्थात एक समान नहीं होता। यह मूलतः ग्रेनाइट से बनता है। संयुक्त राज्य अमेरिका का इदाहो बैथोलिथ 40 हजार वर्ग किमी. से भी अधिक विस्तृत है। कनाडा का कोस्ट रेंज बैथोलिथ इदाहों से भी बड़ा है।
- स्टॉक (Stock): छोटे आकार वाले बैथोलिथ को स्टॉक कहते है। इसका ऊपर का भाग गोलाकार गुम्बद के आकार का होता है। stock का विस्तार 100वर्ग किमी से कम होता है।
- लैकोलिथ (Lacolith) : लैकोलिथ में मैग्मा ऊपर की परत को जोर से ऊपर उठता है और गुम्बद के आकार में जम जाता है। तब इस आग्नेय चट्टानी पिंड को लैकोलीथ कहते है। लैकोलिथ बहिर्वेेेधि ज्वालामुखी पर्वत का ही एक अंतर्वेधी रूप है। मैग्मा के तेजी से ऊपर उठने के कारण यह गुम्बद के आकार का ठोस पिंड छतरीनुमा दिखाई देता है। उत्तर अमेरिका के पश्चिमी भाग में इसके कई उदाहरण मिलते है।
- लैपोलिथ (Lapolith): जब मैग्मा जमकर तश्तरीनुमा आकार ग्रहण कर लेता है तब उसे लैपोलिथ कहते है। यह दक्षिण अमेरिका में मिलते है।
- फैकोलिथ (फैकलिथ): फैकोलिथ में मैग्मा लहरदार आकृति में जम जाता है।
- सिल (Sill): जब मैग्मा भूपृष्ठ के समानांतर परतों में फैल कर जम जाता है तब वह सिल कहलाता है। इस परत की मोटाई एक मीटर से लेकर सैकड़ों मीटर तक होती है। छत्तीसगढ़ ओर झारखंड में सिल पाए जाते है। अगर सिल की मोटाई एक मीटर से कम होती है तो उसे शीट (Sheet) कहते है।
- डाइक (Dyke or Dike): जब मैग्मा किसी लंबवत दरार में जम जाता है तो डाइक कहलाता है। झारखंड (जिला सिंहभूम) में अनेक डाइक दिखते है।
Lacolith |
2)अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rock)| avsadi chattan kise kahate hain :
अवसादी चट्टाने कैसे निर्मित होती है? जब प्रकृति में उपस्थित विभिन्न कारकों द्वारा निर्मित छोटी-छोटी चट्टानें एक ही स्थान पर जमा हो जाती है। और बाद में समय के साथ साथ जब इन पर दबाव पड़ता है या कोई रसायनिक प्रतिक्रिया होती है या अन्य और किसी कारणों द्वारा परत जैसी ठोस रूप में निर्मित हो जाती है। तब ये चट्टाने ही अवसादी चट्टाने कहलाती है।
अवसादी चट्टान के उदाहरण जैसे - बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, स्लेट, कांग्लोमरेट, नमक की चट्टान एवं शेलखरी आदि।
Sedimentary rocks |
- अवसादी चट्टानें परतदार होती है। इन चट्टानों में वनस्पति एवं जीव-जंतुओं का जीवाश्वम पाया जाता है। इन चट्टनो में लौह अयस्क, फास्फेट, कोयला एवं सीमेंट बनाने की चट्टानें पाई जाती है।
- अवसादी चट्टानों में ही खनिज तेल पाया जाता है। अप्रवेश्य चट्टानों की दो परतों के बीच यदि प्रवेश्य चट्टान की परत आ जाती है तब खनिज तेल के लिए अनुकूल स्थिति पैदा हो जाती है।
- महानदी, दामोदर तथा गोदावरी नदी बेसिनों की अवसादी चट्टनो में कोयला पाया जाता है।
- बलुआ पत्थर अवसादी चट्टाने होती है, इन्ही बलुआ पत्थर नामक अवसादी चट्टानों से आगरा का किला तथा दिल्ली के लाल किला का निर्माण हुआ है।
3) कायंतरित चट्टान (Metamorphic rock)| kayantarit chattan kise kahate hain:
कायंतरित चट्टानों का निर्माण कैसे होता है? ताप, दाब और रसायनिक क्रियाओं के कारण आग्नेय एवं अवसादी चट्टानों से कायंतरित चट्टानें निर्मित होती है।
रूपांतरित चट्टान के उदाहरण:-
- आग्नेय चट्टान के रूपांतरण से बनने वाली कायंतरित चट्टानें निम्न है उदाहरणार्थ :
- ग्रेनाइट(आग्नेय) - नीस (कायांतरित)
- साइनाइट (आग्नेय) - साइनाइट नीस (कायांतरित)
- ग्रेबो(आग्नेय) - सरपेंटाइन (कायांतरित)
- बेसाल्ट (आग्नेय) - सिस्ट (कायांतरित)
- बिटुमिनस कोयला (आग्नेय) - ग्रेफाइट (कायांतरित)
- अवसादी चट्टान के रूपांतरण से बनने वाली कायंतरित चट्टानें निम्न है उदाहरणार्थ :
- सपिंड (अवसादी) - सपिंड सिस्ट (कायांतरित)
- बलुआ पत्थर (अवसादी) - क्वाटर्जाइट (कायांतरित)
- शेल (अवसादी) - स्लेट (कायांतरित)
- चूना पत्थर (अवसादी) - संगमरमर (कायांतरित)
- लिग्नाइट कोयला (अवसादी)- एंथ्रोसाइट कोयला(कायांतरित)
Rock slate |
- कायांतरित चट्टान के रूपांतरण से बनने वाली कायंतरित चट्टानें निम्न है उदाहरणार्थ :
- स्लेट (कायांतरित) - फाइलाइट (कायांतरित)
- फाइलाइट (कायांतरित) - सिस्ट (कायांतरित)
Metamorphic rock image by Wikimedia.org |
Blogger Comment
Facebook Comment