National Safety Day : जाने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस क्यों मनाया जाता है
National Safety Day |
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस | National Safety Day
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) हर वर्ष 04 मार्च को मनाया जाता है और अब राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा है। 2022 में 04 मार्च से 10 मार्च तक राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की आवश्यकता क्यों है।
सुरक्षा : जो हर व्यक्ति का अधिकार है और न सिर्फ अधिकार है बल्कि हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। अगर एक व्यक्ति भी सुरक्षा के प्रति जागरूक होता है तो वो अपने साथ साथ कई लोगों को सुरक्षित कर देता है। क्योंकि कोई भी दुर्घटना एक छोटी सी लापरवाही की वजह से होती है। जिसका दुष परिणाम एक व्यक्ति को नहीं बल्कि वहां उपस्थित कई लोगों को भुगतना पड़ता है। लेकिन एक जागरूक व्यक्ति सुरक्षा नियमों का स्वयं तो पालन करता ही है दूसरों को भी अपनी और अपनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास करता है। और इन्ही प्रयासों से दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है फिर वो जागरूकता चाहे औद्योगिक दुर्घटनाओं के प्रति हो, सड़क दुर्घटनाओं के प्रति हो या स्वास्थ्य के प्रति हो, या किसी अन्य प्रकार की सुरक्षा के प्रति हो।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह आम नागरिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए ही मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की शुरुआत कैसे हुई। इसके लिए हम इसके उद्देश्य और इतिहास पर नजर डालते है।
उद्देश्य:-
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का मुख्य उद्देश्य है आम लोगों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाना। उन्हे जागरूक करना ताकि सुरक्षा नियमों और प्रक्रियाओं का पालन कर सके जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह में भिन्न भिन्न जागरूक कार्यक्रमों का आयोजन कर औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों से लोगों को अवगत कराया जा सके।
इतिहास| History:-
- आजादी के बाद भारत में औद्योगिकरण बढ़ने लगा और साथ ही साथ उद्योगों में दुर्घटनाएं भी बढ़ने लगी। और तब इस बात पर गौर किया गया की उद्योगों में बढ़ रहे दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय करना आवश्यक है।
- 1962 में लेबर मिनिस्ट्री कॉन्फ्रेंस में यह recommend किया गया की इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् (National Safety Council) की स्थापना की जाए। जो लोगों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाएं।
- इसके बाद 04 मार्च 1966 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् (नेशनल सेफ्टी काउंसिल) की स्थापना की गई।
- यह एक स्वशासी निकाय है यह निकाय जनता के लिए गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में काम करता है।
- सन् 1966 में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना मुंबई सोसाइटी अधिनियम के तहत हुई थी।
- नेशनल सेफ्टी काउंसिल की पहल पर ही 4 मार्च 1972 से इस दिन को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (नेशनल सेफ्टी डे ) के रूप में मनाया जाने लगा। और अब इसे राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
- साथ ही यह दिन उन सभी सैनिकों को समर्पित है। जो चौबीसों घंटे हमारे देश की सुरक्षा करते है। देश की सीमाओं पर हर परिस्थिति का डट के मुकाबला करते तो वही देश में किसी भी तरह की आपदा या संकट आ जाए तब देश की तीनों सेनाओं के जाबांज सैनिक, कमांडो अपनी जान की परवाह किए बिना एक एक व्यक्ति को उस आपदा से बाहर निकालने में जुट जाते है। क्योंकि वो अपने देश को हर तरह से सुरक्षित रखना चाहते है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2022 थीम
- हर वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम प्रकाशित की जाती है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2022 की थीम है। "सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें"(Nurture Young Minds Develop Safety Culture)
गतिविधियां|Activities:-
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह में आम नागरिकों में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जैसे:-
- पूरे देश में विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, सम्मेलनों, सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करना।
- Safety Quize competition, नाटकों के मंचन द्वारा, एग्जीबिशन के द्वार जागरूकता बढ़ाना।
- जागरूकता अभियान के द्वारा औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों से लोगों को अवगत कराना आदि।
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